हाइकु
नभ में तारे
टिमटिम करते
धरा निहारे
भाग्य सितारा
चमक उठे जब
हमें सवारे
नभ में तारे
टिमटिम करते
धरा निहारे
=========
तारों से सजी
रजनी की चूनर
है मनोहर
प्रमिला आर्य
==================
विदा करना
बेटी को ,है ना आसां
दिल है रोता
यही है प्रथा
माता पिता की व्यथा
सच सुशीला
दुःख सुख में साथ
बेटी रहती
पराई नहीं
बेटी कभी होती है
करती प्यार
नभ में तारे
टिमटिम करते
धरा निहारे
भाग्य सितारा
चमक उठे जब
हमें सवारे
नभ में तारे
टिमटिम करते
धरा निहारे
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तारों से सजी
रजनी की चूनर
है मनोहर
प्रमिला आर्य
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विदा करना
बेटी को ,है ना आसां
दिल है रोता
यही है प्रथा
माता पिता की व्यथा
सच सुशीला
दुःख सुख में साथ
बेटी रहती
पराई नहीं
बेटी कभी होती है
करती प्यार
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