Tuesday, 31 July 2012

बारा बरस में कागो बोल्यो

एक लोकोक्ति का प्रयोग ---

सोना री चाहे चोंच मंडा द्यो
पाख पाख में रतन जड़ा द्यो 
पायलिया पगल्या पेना द्यो 
चाहे  जतनी सीख सिखा द्यो 
कंठसुधार की गोली खिला द्यो l
मीठी माठी तान सुना द्यो l
कड़वी बोली छोड़े कोनी         
चाहे बणाद्यो बाबा मोनी 
आदत वा की बदले नाहीं 
मधुरां मधुरां बोले नाहीं 
जीसू ही तो बात बणी है 
बारा बरस में कागो बोल्यो 
काँव काँव हि कर है रे 
- प्रमिला आर्य 

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