बाबुल रे देस जा
जा री कारी बादरी तू बाबुल रे देस जा
चिड़िया स़ी मैं चहकी रे बाबुल बगिया स़ी मैं महकी
अम्बुआ की डारी पे हींदा हींदी चपला चपल स़ी थिरकी
चहक महक बाबुल चली मैं बिदेसवा
गरज बरस बदली दीनों तू संदेसवा
जा री करी बादरी ....................
जा री करी बादरी ....................
चिड़िया स़ी मैं चहकी रे बाबुल बगिया स़ी मैं महकी
अम्बुआ की डारी पे हींदा हींदी चपला चपल स़ी थिरकी
चहक महक बाबुल चली मैं बिदेसवा
जा री कारी बादरी ....................
बीरो छुट्यो भावज छूटी छूटी थारी अटरिया
चन्द्रावती रो घांट छूट ग्यो खेतां री पगडंडियाँ
पनघट री बतियाँ छूटी छूटी संग सहेलियां
जा री कारी बादरी तू ......................
सावणिया री तीजां आई मनवा मोरा डोले
मत -पिता री ओल्यू आवे आंगनिया रे हिंडोले
काहे ना बुलाई बाबुल अब की बरसिया
जारी कारी बादरी .........................
अँखियाँ झर-झर जब भी रोई सागे नैन भिगोये
शीश हाथ धर ममता वारी मनवा धीर बंधाये
ममता रो हाथ खीँच कर चल दिए कौन डगरिया
जरी कारी बादरी .............................. ....
निर्मोही बन बाबुल मोरे चल दिए कौन नगरिया
जा री कारी बादरी तू पीहरिया रे देस जा
गरज बरस बदरी दिनों तू संदेसवा
जा री कारी बादरी तू .......................
प्रमिला आर्य
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