Wednesday, 1 August 2012

हाइकु-----------

हाइकु
होता पावन
भाई -बहन प्यार 
मन भावन
==============

आए ना रास 
आँखों देखे सपन 
मन में आस 
============

गरजे मेघ
डरे मेरा जियरा
पी नहीं पास 
===========

प्र बाधाओं से तू
क्यों होता विचलित
रख हौंसला
===========

कर श्रृंगार
गोरिया जोवे बाट 
आओ सजन
==========
पनघट  पे 
सखियाँ जाती पानी
कहे  कहानी 
=============
पवन बहे
रहो चलायमान
हमसे कहे
======

कर्म ही धर्म
करता प्रगति वो
जान ले मर्म
==

मोम सा दिल 
सह ना पता ताप 
पिघल जाता 
===========
घर में सहे
नारी कितनी पीर
बाहर हँसे
============
बादल आए
बरसे बिन गए
टूटी आस

बेटियों से ही
मेरा घर संसार
करती प्यार
==========
घर की शान 
रौनक होती बेटी
बढ़ाती मान
==========


रचा मानस 
महान तुलसी ने  
जयंती आज 
=========
होते पावन
स्वार्थ रहित रिश्ते 
मन भावन 
========= 
बेटियां होती
नज़दीक दिल के
लगती प्यारी
=========
गिरने पर
क्यूँ रोता है पगले 
उठ चल जा
==========
आज के नन्हे
भारत माँ की शान
हैं ये कल के
=========
गुलाब खिला
काँटों घिरा फिर भी
खुशबू देता

भूखी जनता
हो रही है बेहाल
वो हैं निहाल
=========

1 comment:

  1. अधिकतम हाइकु बहुत अच्छे हैं।

    ReplyDelete