प्रकृति का तांडव देख ऐसा लगा -
देखा सुन्दर कुदरत को तो हैरां हो गए हम ,
लीलाधर की लीला पर नतमस्तक हो गए हम ,
मंज़र बर्बादी का देखा हमने जब इन्सां का ,
कैसा ये इन्साफ है उसका लगे सोचने हम .
प्रमिला आर्य
देखा सुन्दर कुदरत को तो हैरां हो गए हम ,
लीलाधर की लीला पर नतमस्तक हो गए हम ,
मंज़र बर्बादी का देखा हमने जब इन्सां का ,
कैसा ये इन्साफ है उसका लगे सोचने हम .
प्रमिला आर्य
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